आध्यात्मिक जीवन
दूसरों में दोष निकालना
स्वयं की अच्छाईयों को गिराना है
दिव्य ऊर्जा अपने भीतर समाहित कर
एक शक्तिशाली इंसान बनना है ।
उपवास कर ईश्वर की
कभी भी भक्ति नहीं होती
भूखें पेट रहकर
ईश्वर की स्तुति नहीं होती ।
मन में किसी के प्रति बैर नहीं
माता - पिता की सेवा करना
प्रेम और सौहार्द मन में रखना
ईश्वर की यही तो भक्ति हैं ।
सुख - दुख आनी जानी है
ईश्वर पर विश्वास कर
भक्ति पथ पर अग्रसर होना
आध्यात्मिक जीवन की निशानी है ।
जिस दिन आध्यात्मिक जीवन के सार को
जान जाएगा पूरा संसार
मरती इंसानियत जी उठेगी
बदल जाएगा समस्त संसार ।
धन्यवाद 🙏🏻🙏🏻
गुॅंजन कमल 💓💞💗
# ना
Muskan khan
25-Sep-2022 01:35 PM
Very nice 👍
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Pratikhya Priyadarshini
24-Sep-2022 10:27 PM
Khubsurat 🙏💐🌺
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Swati chourasia
23-Sep-2022 09:49 PM
बहुत खूब 👌
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